भोजपुरी हमार मातृभाषा ह, हम ओही प्रदेश के हईं,जहवां एह भाषा के मधुरता कण-कण में रचल-बसल बा. पूर्वांचल क्षेत्र के सीवान जिला के रजनपुरा गांव से देश के राजधानी दिल्ली तक के सफर में ई मातृभाषा हमरा के हमेशा अपना लोग, परिवार,गांव-जवार से जोड़ले रहल बा. हम रउरो से जुड़े के चाहत बानी,रउरो हमरा से जुडीं.आईं बनावल जाव एगो सुगठित भोजपुरिया टोला. आशुतोष कुमार सिंह के एह भोजपुरिया टोला में रउरा सभन के स्वागत बा... जय मानवता...
जिसको गुरू माना उसके नाम। यह व्लाग उन्हीं को समर्पित हैं। आज से मै आप सभी लोगों को उनकी पुस्तक डॉ मधुकर गंगाधर संदर्भ और साधना में प्रकाशित लेखों से रू ब रू करा रहा हूं.
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